मध्य प्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सोमवार को उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी. पार्टी ने 39 प्रत्याशियों की सूची जारी की है. अब तक 78 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की जा चुकी है. बीजेपी की दूसरी लिस्ट में कई नाम ऐसे हैं जो चौंकाने वाले हैं. अपने किले को बचाने के लिए बीजेपी ने 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को मैदान में उतारा है. वहीं, तीन विधायकों का टिकट कट गया है.
जिन केंद्रीय मंत्रियों को पार्टी ने टिकट दिया उनमें प्रह्लाद सिंह पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर और फग्गन सिंह कुलस्ते शामिल हैं. इनके आलावा सांसद गणेश सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक और उदय प्रताप सिंह को भी मैदान में उतारा गया है. वहीं, मैहर से नारायण त्रिपाठी की जगह श्रीकांत चतुर्वेदी, सीधी से केदार शुक्ला की जगह रीति पाठक, गाडरवाड़ा से जालम पटेल की जगह उनके भाई प्रह्लाद सिंह पटेल को टिकट दिया गया है.
मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी पर आरोप है कि वह लगातार पार्टी के खिलाफ काम कर रहे थे. वह विंध्य प्रदेश बनाने की मांग कर रहे थे. वहीं, केदार शुक्ला पर सीधी पेशाब कांड की सजा मिली है. दरअसल, सीधी कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला को केदार शुक्ला का करीबी बताया जाता है.
राकेश सिंह को भी विधायकी का टिकट
सांसद और लोकसभा में मुख्य सचेतक राकेश सिंह को जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. ये कांग्रेस की मजबूत सीट है. लगातार दो चुनावों से बीजेपी पश्चिम सीट हार रही है. पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत इस सीट से विधायक हैं. राकेश सिंह जबलपुर से चार बार के सांसद हैं. वह वीडी शर्मा से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी थे. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता विवेक तनखा को हराया था.
कैलाश विजयवर्गीय को भी टिकट
कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतारने के फैसले से 2018 में इंदौर-3 सीट से जीते उनके विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को फिर से पार्टी का टिकट दिए जाने की संभावना कम हो गई है, क्योंकि बीजेपी आमतौर पर चुनाव में एक ही परिवार के सदस्यों को अपना उम्मीदवार बनाने से बचती है.
कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनाव मैदान में उतारकर, पार्टी ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिलने के बीच राज्य में सत्ता बरकरार रखने की अपनी कोशिश को रेखांकित किया है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी को 109 सीट मिली थी. हालांकि, कुछ विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गई थी. मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान के नए कार्यकाल के साथ बीजेपी सत्ता में लौटी थी.
बीजेपी की लिस्ट की बड़ी बातें…
- 39 में से 36 हारी हुई सीट है और 3 जीती हुई
- कुल 7 सांसदों को टिकट दिया गया है, जिसमें से तीन केंद्रीय मंत्री हैं
- दिमनी सीट से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को टिकट दिया गया है , यहां से सिंधिया समर्थक गिरिराज सिंह दंडोतिया उपचुनाव हार गए थे
- मैहर से नारायण त्रिपाठी का टिकट कटा, श्रीकांत चतुर्वेदी को उम्मीदवार बनाया गया
- केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को नरसिंहपुर सीट से उम्मीदवार बनाया गया
- सीधी पेशाब कांड का असर भी दिखा. केदार शुक्ला का टिकट कटा
- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ेंगे
- फग्गन सिंह कुलस्ते को निवास सीट से टिकट